प्रवर्तन निदेशालय (ED) क्या हैं ? क्या कार्य हैं इसके ? (What is ED and what is its work )

 ED(Enforcement directory) क्या हैं। पूरी जानकारी 

आप में से लगभग सभी ने कभी न कभी  फिल्म जरूर देखा होगा जिसमें बहुत सी फिल्मों में यह दिखाया जाता है कि  जो विलन होते हैं उनके पास गैरकानूनी धन होता है।  तथा गैर कानूनी धन का आदान-प्रदान होता है। तो क्या आपको पता है कि  वास्तविक जीवन में इस गैरकानूनी धन की जांच कौन करता है यदि नहीं तो या पोस्ट आपके लिए ही है तो आइए अब आगे जानते हैं। 


   



1.  ED क्या हैं पूरी जानकारी  
 2. ED की शक्तियां और कार्य
3.  ED ऑफिसर बनने के लिये योगताएँ  
4.  ED ऑफिसर बनने की प्रक्रिया 
5.  ED विभाग मे विभिन्न पद 
6.  ED मे वेतन कितना?  

 

   ED क्या हैं पूरी जानकारी

ED का पुरा नाम प्रवर्तन निर्देशालय (enforcement directory) होता हैं। इसकी वर्ष 1956 स्थापना मे हुआ था। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में हैं। इसका संबंध वित्त मंत्रालय और राजश्व विभाग से हैं। 

प्रवर्तन निदेशालय, भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन एक विशेष वित्तीय जांच एजेन्सी है। इस निर्देशालय का प्रमुख प्रवर्तक निर्देशक होता हैं। इसके 10 जोनल कार्यालय हैं। जिसमे प्रत्येक में एक उप-निर्देशक और 11 उप क्षेत्रीय कार्यालय हैं। 


       जोनल कार्यालय की सूची निम्न हैं-

1. मुंबई

2. दिल्ली

3. चेन्नई

4. कोलकाता 

5. चंडीगढ़

6. लखनऊ

7. कोचीन 

8. अहमदाबाद

9. बंगलौर

10.हैदराबाद


     ED की शक्तियां और कार्य

प्रवर्तन निदेशालय के निम्न कार्य होते हैं। 

1.ED का प्रमुख कार्य में से एक किसी भी 

   व्यक्ति विशेष की कानूनी या गैर कानूनी 

   धन की जाँच करना और विशेष स्थिति 

   में गिरफ्तारी करने का अधिकार हैं। 


2. ईडी के पास फेमा के उल्लंघन के दोषी 

     पाए गए दोषियों की संपत्ति कुर्की करने 

     की अधिकार है। 


3. पीएमएल के तहत मामलों की जांच और 

    मुकदमे से संबंधित कार्य भी प्रवर्तन 

     निदेशालय में आता हैं


4. हवाला" फॉरेन एक्सचेंज रैकेटियरिंग, 

    निर्यात प्रक्रियाओं का पूरा न होना, विदेशी 

    विनिमय का गैर  प्रत्यावर्तन आदि की 

    जांच करना। 

 

5. विदेशी मुद्रा और तस्करी निवारण 

    अधिनियम के संरक्षण को सुचारु रूप से 

     बनाये रखना। और अवैध मुद्रा तस्करी की

     जांच करना 


6.  यह विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999

    (फेमा)और धन आशोधन अधिनियम के 

     तहत कुछ प्रावधानों को आगे बढ़ाता हैं। 




ED ऑफिसर बनने के लिये योगताएँ

        ED ऑफिसर बनने के लिए निम्न योगताएँ होना अनिवार्य हैं-

1.ED ऑफिसर बनने के लिए आवेदक का 

   किसी विश्वविद्यालय से किसी भी विषय से

   ग्रेजुेएशन होना चाहिए

2. आवेदक की उम्र 21 वर्ष से 27 वर्ष 

    बीच में होना चाहिये। ST/SC के लिए छुट

    5 वर्ष तथा OBC के लिए 3 वर्ष और 

    PWD को 10 वर्ष का छुट प्राप्त होता हैं। 

3. इसके अलावा अलग अलग पोस्ट के लिए      योगताएँ भी अलग होता हैं। कुछ पोस्ट           प्रोमोशन से होता हैं जिसमे कुछ 

    वर्षो का अनुभव की माँगा जाता हैं। 


     ED ऑफिसर बनने की प्रक्रिया

 

ED ऑफिसर बनने के लिए भर्ती कभी कभी deputation based होती हैं । और कभी कभी SSC CGL का परीक्षा देना होता हैं। 

      आपके मन में अब प्रश्न आ रहा होगा कि deputation क्या होता हैं Deputation का अर्थ प्रतिनियुक्ति होता है। अर्थात किसी एक विभाग से दूसरे विभाग में कुछ मानक योगताएँ के आधार ओर नियुक्ति। जैसे- CBI से NCB मे और NCB से ED मे


ED ऑफिसर बनने के लिए सबसे पहले आवेदक को SSC CGL की परीक्षा पास करना पड़ता हैं। जो चार टियर( चरण) में होता हैं। 

           

            Tier- I

           इसमे 1 पेपर होता हैं जो विकल्पीय होता हैं और कंप्यूटर आधारित होता हैं। इसमे कुल 4 विषय से प्रश्न आते हैं।

1. General intelligence and reasoning

2. General awareness

3. Quantitative aptitude

4. English comprehension


          यह पेपर कुल 200 अंक का होता हैं। सभी विषय मे से 25-25 प्रश्न आते हैं। यह पेपर 1 घंटा का होता हैं। एक गलत होने पर इसमे नेगेटिव मार्किंग 0.50 अंक होता हैं। 

        

     Tier - 2

  

         इसके दूसरे चरण में 4 पेपर होता हैं। यह पेपर भी कंप्यूटर आधारित होता हैं। प्रत्येक पेपर 2 घंटे का होता हैं। यह भी विकल्पीय पेपर होता हैं। 

 

पहला पेपर- पहला पेपर quantitative abilitabilities का  हैं। इसमे भी 100 प्रश्न आते हैं कुल 200 अंक का होता हैं। इसमे भी नेगेटिव मार्क 0.5 अंक होता हैं। 

 

दूसरा पेपर- दूसरा पेपर english language And comprehension का होता हैं। इसमे 200 प्रश्न आते हैं। कुल 200 अंक का होता हैं। 


तीसरा पेपर- तीसरा पेपर statistics का होता हैं। इसमे भी 100 प्रश्न आते हैं और कुल 200 अंको का होता हैं। 


 चौथा पेपर- चौथा पेपर जेनरल स्टडीज का होता हैं।इसमे फाइनेंस और इकोनॉमिक्स से संबंधित कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। कुल 200 अंको का पेपर होता है। 


      Tier - 3

            तीसरे टियर में discriptive pepar होता हैं। यह पेपर online नहीं होता हैं। यह लिखित होता है । इस लिखित पेपर में निबंध, लेटर, अप्लिकेशन आदि लिखाया जाता हैं। यह पेपर भी कुल 100 अंको का होता हैं। इसमे कुल समय एक घंटा होता हैं। 


       Tier - 4


          इस टियर मे स्किल टेस्ट होता हैं। इसके साथ साथ आपकी कंप्यूटर दक्षता का भी टेस्ट होता हैं। 


           इस तरह से सभी टियर को पार करने के बाद आवेदक को फिजिकल टेस्ट, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता हैं । इस तरह से सभी चरण पास करने के बाद आप NCB officer बन जाते हैं। 



       ED विभाग मे विभिन्न पद

1. Deputy director of enforcement

2. Assistant director of enforcement

3. Additional director of enforcement

4. Joint director of enforcement 

5. Special public prosecutors(SPPs) 

6. Staff car driver in enforcement directorate

7. Senior private secrectory in enforcement directorate

8. Enforcement officer in enforcement directorate

9. Assistant enforcement           officer in enforcement directorate

10.Senior translator in enforcement directorate

        


          ED मे वेतन कितना? 

               अब हमारे मन में यह प्रश्न होगा कि आखिर ED(enforcement directorate) में जॉब करने वालों की सैलरी कितनी होती हैं। ED विभाग में विभिन्न पद हैं और सभी पदों की सैलरी भी अलग अलग होती हैं। लगभग सैलरी 50 हजार से 1 लाख की बीच मे मिलती हैं। या इससे भी अधिक हो सकती है। 

              तो दोस्तो आज के पोस्ट में बस इतना ही यदि आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो,तो आप हमे कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताये। हमें आपका जवाब देने में बहुत अच्छा लगेगा।

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Tags- Veternary docter,

 IFS कैसे बने,  NCB क्या हैं और NCB मे जॉब कैसे पाये

       

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