Chemical Engineer kaise bane ( How to become a chemical engineer)

 
            लाइफ में हर किसी का कुछ न कुछ सपना होता है कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनूंगा। और यदि आप इनमें से इंजीनियर बनाना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए है। इसमें हम आपको बताएंगे कि आप इंजीनियर कैसे बन सकते हैं। इंजीनियरिंग के फील्ड में बहुत ब्रांच होती है। जिसमें से प्रमुख सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल होता है। लेकिन शायद आपको पता हो कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में ही एक ब्रांच होती है। जिसका नाम है केमिकल इंजीनियरिंग. यदि आप केमिकल इंजीनियरिंग के फील्ड मे करियर बनाना चाहते है तो यह हमारा आज का पोस्ट आपको पूरी हेल्प करने वाला है। इसमे हम जानेंगे कि chemical engineering क्या होती है। Chemical engineer कैसे बने? Chemical engineer बनने के लिए eligibility क्या होती है? Chemical engineer के कार्य क्या होता है?  Chemical engineering मे scope कितना है? Chemical engineering के प्रमुख कॉलेज कौन से है? Chemical engineering के फील्ड प्रमुख courses कौन-कौन से है? Chemical engineer बनने मे फीस कितना लगता है? यह सारी जानकारी आपको मिलेगा इस पोस्ट मे।


chemical engineering क्या हैं :


Chemical engineering एक इंजीनियरिंग क्षेत्र है जो रासायनिक प्रक्रियाओं को डिज़ाइन, निर्माण, संचालन, और अनुकूलन करता है जो कच्चे माल को मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करते हैं। इसमें रासायनिक, भौतिक, गणित, और अर्थशास्त्र के सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है ताकि तकनीकी समस्याओं का समाधान किया जा सके और विभिन्न उद्योगों में अभिलाषी प्रक्रियाओं को विकसित किया जा सके। Chemical engineering के क्षेत्र में काम करने वाले अभियंता विभिन्न कार्यों पर काम करते हैं, जैसे कि प्रक्रिया डिज़ाइन, प्रक्रिया अनुकूलन, उपकरण डिज़ाइन, सुरक्षा विश्लेषण, पर्यावरण संरक्षण, और गुणवत्ता नियंत्रण।


Chemical engineer बनने के लिए योग्यता :


रासायनिक अभियांत्रिक बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं आवश्यक होती हैं:
  • 1. Chemical engineering मे Diploma course के लिए 10वीं पास mathematics और science से होना चाहिए।
  • 2. Chemical engineering मे B.tech/BE  के लिए 12वीं  mathematics से कम से कम 50% अंको से पास होना चाहिए।
  • 3. Chemical engineer बनने के लिए chemistry विषय मे विशेष रूचि होना चाहिए।


Chemical engineer के कार्य:


chemical engineer ke विभिन्न कार्य होते है। जिसमे से प्रमुख निम्नलिखित है।
  • सामग्री और उत्पादों का chemical analysis और physical property testing करना।
  • नई उत्पादन process पर Research और analysis करना।
  • वर्तमान process का मूल्यांकन करें और सुरक्षा, गुणवत्ता और दक्षता में सुधार विकसित करना।
  • उपकरण और सुविधाओं को स्थापित करें, बनाए रखें और निरीक्षण करना।
  • उपकरणों का नियमित calibration करना ।
  • तकनीकी कर्मचारियों को training और मार्गदर्शन प्रदान करें।


Chemical engineering मे scope :


केमिकल इंजीनियरिंग का scope विशाल और विविध है, जिसमें विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में अवसर उपलब्ध हैं। कुछ प्रमुख क्षेत्र जहां रासायनिक इंजीनियर रोजगार पा सकते हैं और महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं उनमें शामिल हैं:

1. Process Industries:

 रासायनिक इंजीनियर तेल और गैस, पेट्रोकेमिकल, फार्मास्यूटिकल्स, खाद्य और पेय पदार्थ, और विशेष रसायनों जैसे प्रक्रिया उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे कच्चे माल को कुशलतापूर्वक और आर्थिक रूप से मूल्यवान उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए प्रक्रियाओं के डिजाइन, अनुकूलन और संचालन में शामिल रहते हैं।


2. पर्यावरण इंजीनियरिंग : 

पर्यावरणीय स्थिरता के बारे में बढ़ती चिंताओं के साथ, रासायनिक इंजीनियर प्रदूषण नियंत्रण, अपशिष्ट उपचार और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लिए प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में तेजी से शामिल हो रहे हैं। वे पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने और उद्योगों में हरित प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में काम करते हैं। 

3. ऊर्जा क्षेत्र : 

रासायनिक इंजीनियर जीवाश्म ईंधन, परमाणु ऊर्जा और सौर, पवन और बायोमास जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों सहित ऊर्जा के विभिन्न रूपों के उत्पादन, रूपांतरण और उपयोग पर काम करके ऊर्जा क्षेत्र में योगदान देते हैं।  वे स्वच्छ और अधिक कुशल ऊर्जा उत्पादन प्रक्रियाओं को विकसित करने में शामिल हैं।

4. सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग :

रासायनिक इंजीनियर इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोमटेरियल्स, नैनोटेक्नोलॉजी और उन्नत सामग्रियों सहित विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए सामग्रियों के संश्लेषण, प्रसंस्करण और लक्षण वर्णन में शामिल होते हैं। वे भौतिक गुणों में सुधार करने और वांछित गुणों के साथ नवीन सामग्री विकसित करने पर काम करते हैं।

5. Biotechnology and Pharmaceuticals :

केमिकल इंजीनियर Biotechnology और फार्मास्युटिकल उद्योगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जहां वे फार्मास्यूटिकल्स, vaccines और bio fuel के उत्पादन के लिए जैव प्रक्रियाओं को डिजाइन करने में शामिल होते हैं। वे दवा वितरण प्रणाली, बायोरिएक्टर और ऊतक इंजीनियरिंग पर भी काम करते हैं।


6. Research and Development :

रासायनिक इंजीनियर औद्योगिक और शैक्षणिक दोनों सेटिंग्स में अनुसंधान और विकास गतिविधियों में लगे हुए हैं। वे नई प्रक्रियाओं, उत्पादों और सामग्रियों की खोज के साथ-साथ नवाचार और प्रयोग के माध्यम से मौजूदा प्रौद्योगिकियों के सुधार में योगदान देते हैं।

7. Consulting and Management : 

रासायनिक इंजीनियर अक्सर सलाहकार या प्रबंधकीय पदों पर काम करते हैं, विभिन्न उद्योगों में तकनीकी विशेषज्ञता और नेतृत्व प्रदान करते हैं। वे परियोजना प्रबंधन, गुणवत्ता नियंत्रण, नियामक अनुपालन और रणनीतिक योजना में शामिल हो सकते हैं।

कुल मिलाकर, केमिकल इंजीनियरिंग का दायरा गतिशील और विकसित हो रहा है, जो स्थिरता, ऊर्जा, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में वैश्विक चुनौतियों का समाधान करते हुए पेशेवरों को समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए विविध अवसर प्रदान करता है।

Chemical engineering के  प्रमुख courses :

Chemical engineering के field मे प्रमुख courses होते है।
  1. Diploma in chemical engineering
  2. B.tech /BE in chemical engineering
  3. M.tech /ME in chemical engineering:
  4. PhD in chemical engineering:

Chemical engineer कैसे बने। पूरी प्रक्रिया :

जैसे कि हमने ऊपर प्रमुख courses के बारे में जाना और आगे हम उन पाठ्यक्रमों को कैसे पूरा करेंगे के बारे में जानकारी लेंगे ।

1) Diploma in chemical engineering - यदि आप chemical engineering मे अपना करियर बनाना चाहते है तो आपके के सबसे पहला courses जिसे करके आप आसानी से chemical engineer बन सकते है। वह है diploma in chemical engineering. यह courses अगर आप 12th पास होने के बाद 2 साल का courses होता हैं। यदि आप 10th पास करने के बाद यह course करना चाहते है तो यह 3 साल का हो जाता है। इस कोर्स को करने के लिए आपको सबसे पहले प्रवेश परीक्षा देना होता है। यह प्रवेश परीक्षा सरकारी या प्राइवेट दोनो होता है अगर आप सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो आपको सरकार के द्वार कंडक्ट करवाया हुआ प्रवेश परीक्षा में पास होकर सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना होता है है और अगर आप प्रवेश परीक्षा नहीं देना चाहते हैं तो उसके लिए आप प्राइवेट कॉलेज से केमिकल इंजीनियरिंग में अपना कोर्स कर सकते हैं। यह स्टेट का govt. अपने स्टेट मे सरकारी कालेज मे admission के लिए प्रवेश परीक्षा कराती है। जिसे पास करने पर govt. College मे admission मिलता है।

2) B.tech /BE in chemical engineering:

यदि आप केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में B.tech /BE करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको नीचे दिए गए प्रमुख प्रवेश परीक्षा पास करना पड़ेगा। यह परीक्षा पास करके आप कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
  • JEE(Joints entrance exam for IIT admission)
  • ‌AIEEE (  All India Engineering Entrance Examination)
  • ‌BITSAT(Birla Institute of Technology and Science Admission Test)
  • AIME (Associate Membership of Institute of Engineers)
  • VITEEE(Vellore Institute of Technology Engineering Entrance Examination)
  • ‌MU OET( Manipal University Online Entrance Test)
  • ‌SRMJEEE (SRM University Joints Engineering Entrance Examination)
  • SRM full name- Sri Ramaswamy Memorial Institute of Science and Technology.
ऊपर दिए गए प्रमुख प्रवेश परीक्षा को पास करके आप बीटेक या बीई के लिए कॉलेज में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। बीटेक/बीई 4 साल का कोर्स होता है। जिसे पास करके आप आगे एम.टेक भी कर सकते हैं। हां इसके अलावा आप केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। अपने ज्ञान को विस्तार कर सकते हैं।
यदि आप ऊपर दिये गए एग्जाम नहीं पास करते है तो आप Kisi private college se B.tech /BE कर सकते है। उसके लिए आप फीस देकर direct admission ले सकते है।
अपने undergraduate program के दौरान इंटर्नशिप और सहकारी कार्यक्रमों में भाग लें। इससे आप व्यावहारिक अनुभव हासिल करेंगे और इंडस्ट्री के अंदर नेटवर्किंग भी करेंगे।


3.) M.tech /ME in chemical engineering :

अगर आप विशेष ज्ञान चाहते हैं या अनुसंधान क्षेत्र में रुचि रखते हैं, तो आप स्नातक अध्ययन (एमएस या पीएचडी) कर सकते हैं केमिकल इंजीनियरिंग में। यह कोर्स करने के लिए आपका बीटेक 50 प्रतिशत अंक से पास होना चाहिए। M.Tech/ME मे admission के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करने होते है । जिसका नाम इस प्रकार है।

  • GATE ( Graduate Aptitude Test in Engineering. )
  • AP PGECET (Andhra Pradesh Post-graduate Engineering Common Entrance Test)
  • TS PGECET (Telangana State Post Graduate Engineering Common Entrance Test
  • SRMJEEE PG (SRM University Joints Engineering Entrance Examination- Post graduate )
  • IPU CET ( Indraprastha University Common Entrance Test)
  • TANCET(Tamil Nadu Common Entrance Test)
  • BITS HD (Birla Institute of Technical Science Higher Degree.)
ऊपर दिए गए प्रमुख प्रवेश परीक्षा को पास करके आप बीटेक या बीई के लिए कॉलेज में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। बीटेक/बीई 2 साल का कोर्स होता है। जिसे पास करके आप आगे PhD भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप govt. Jobs कर सकते है। और आपके आप option है कि private जॉब करके experience ले सकते है।

4). PhD in chemical engineering:

M.Tech करने के बाद यदि आप आगे का पढ़ाई करना चाहते है। तो आप chemical engineering मे PhD कर सकते है । और अपने knowledge को master कर सकते है। और chemical engineering के field मे बेस्ट बन सकते है । PhD करने के college मे admission लेना पड़ता है  । और प्रसिद्ध college से PhD करने के लिए प्रवेश परीक्षा देना पड़ता है। कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षा इस प्रकार है।

  • UGC NET ( University Grants Commission–National Eligibility Test)
  • JEST(Joint Entrance Screening Test)
  • CSIR NET ( The Council of Scientific & Industrial Research- National Eligibility Test)
  • GATE ( Graduate Aptitude Test in Engineering)

अपरोक्त परीक्षा देने के लिए अवेदक एम.टेक/एमई कम से कम 55% अंकों के साथ पास होना चाहिए। इस प्रकार प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होकर आप पीएचडी के लिए दाखिला ले सकते हैं। और पीएचडी केवल 1 वर्ष का कोर्स होता है।
केमिकल इंजीनियरिंग एक dynamic क्षेत्र है, इसलिए आपको अपने कौशल और ज्ञान को हमेशा अपडेट रखना होगा। ये उद्योग के latest trends और technologies के साथ चलने के लिए जरूरी है।

Chemical engineering के प्रमुख कॉलेज :

केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रमुख कॉलेज इस प्रकार है।

  1. Institute of chemical Technology, Mumbai
  2. Indian institute of technology, Bombay
  3. Indian institute of technology, Kanpur
  4. Indian institute of technology, Madras
  5. Indian institute of technology, Delhi
  6. Indian institute of technology, Roorkie
  7. Indian institute of technology, Kharagpur.
  8. Birla Institute of Technology & Science, Pilani (BITS Pilani)
  9. Associate Membership of Institute of Engineers (AIME)
  10. Vellore Institute of technology
  11. SRM University Joints Engineering Entrance Examination (SRMJEEE)
  12. Manipal Institute of Technology (MIT)
  13. HBTI, Kanpur

Chemical engineering की फीस : 

जैसे की हम जानते हैं केमिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में तरह-तरह के कोर्स होते हैं तो आइये एक-एक करके सभी कोर्स को पूरा करने के लिए लगने वाले फीस को देखते हैं।

Diploma in chemical engineering -

यदि आप diploma करना चाहते है । तो उसके लिए आपके पास दो ऑप्शन है। यदि आप सरकारी कालेज से करते है तो फीस लगभग 11,000 ₹ / वर्ष तक लगता है। वही अगर आप प्राइवेट कॉलेज को choose करते है। तो यह फीस लगभग 30 से 50 हजार / वर्ष  तक देना पड़ सकता है। यह प्राइवेट college पर depend करता है कि वह कितना charge करता है।

B.Tech/BE in chemical engineering -

यदि आप diploma नही करके डायरेक्ट B.tech करना चाहते है । तो उसके लिए आपके पास दो ऑप्शन है। यदि आप IIT कालेज से करते है तो फीस लगभग 2.5 लाख प्रति वर्ष तक लगता है। यह फीस आपका बहुत कम होता है यदि आपका घर का सालाना इनकम 5 लाख से कम है। सबसे खास बात IIT से यह course करने का यह है कि आपको educational loan आसानी से मिल जाता है । और आगे चलकर आपका placement करोड रुपए मे होता है। आपका लाइफ से है। और यदि आप स्टेट govt. College से B.tech करना चाहते है। तो fees लगभग 60 - 80 हजार प्रति वर्ष लग सकता है। वही अगर आप प्राइवेट कॉलेज को choose करते है। तो यह फीस लगभग 1 -1.5 लाख प्रति वर्ष तक देना पड़ सकता है। यह फीस प्राइवेट college पर depend करता है कि वह कितना charge करता है। यह सभी फीस मे hostal का फीस नही जोड़ी गयी है। फीस अलग अलग college मे vary कर सकता है।

M.Tech/ME in chemical engineering -

यह आप b.tech करने के बाद M.tech आप IIT कालेज से करते है तो फीस लगभग 2 लाख ( hostal fees) के बीच देना होता है। और सरकारी कालेज से करते है तो यह fees लगभग 3 lakh तक होता है। और वही निजी कालेज से करते है तो फीस 2- 6 लाख तक देना पड़ सकता है ।

PhD in chemical engineering -

M.Tech के बाद यदि आप PhD मे एडमिशन लेते है। तो कुल फीस लगभग 1 लाख प्रति वर्ष लगता है।

आज के इस पोस्ट मे बस इतना ही उम्मीद करता हूँ आपको यह पोस्ट बहुत पसंद आया होगा। यदि आपका कोई सवाल हो " Chemical engineer kaise bane" के बारे मे तो आप हमे comments मे लिखकर ज़रूर पूछे हम आपके सारे सवालों का जवाब जरुर देंगे। धन्यवाद।

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