नमस्कार दोस्तो कैसे है आप सब उम्मीद करता हूं आप लोग ठीक होंगे। दोस्तो अपने कभी S.O का नाम सुना है । या कभी भी पुलिस स्टेशन या थाने पर अवश्य गए होंगे । तो आपने S.O को अवश्य देखा होगा । लेकिन क्या आपको पता है । थाने के थाना प्रभारी S.O कैसे बनते है? थाना प्रभारी बनने लिए क्या योग्यता होनी चाहिए? थाना प्रभारी का कार्य क्या होता है? और थाना प्रभारी को महीने की सैलरी क्या है? इन सभी बातों के बारे में बात करेंगे तो आप लोग इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढे।
S.O कौन होता है
यस ओ S.O का पूरा नाम स्टेशन ऑफिसर होता है। इसे एसएचओ भी कहते हैं जिसका पूरा नाम स्टेशन हाउस ऑफिसर होता है। SO एक पुलिस थाने या स्टेशन का प्रमुख होता है। यशो को हिंदी में थाना प्रभारी कहते हैं। एक थाना प्रभारी का किसी थाने या स्टेशन विशेष पर संपूर्ण नियंत्रण होता है।
थाना प्रभारी (SO) के अधिकार और कार्य
एक थाना विशेष के थाना प्रभारी (SO) का अधिकार और कार्य निम्न प्रकार के होते हैं।
- थाना प्रभारी (SO) का प्रमुख कार्यालय के प्रमुख अधिकारियों को कमांड देना होता है।
- थाने के क्षेत्र में आने वाले गांव की न्याय व्यवस्था को बनाए रखना।
- किसी भी प्रकार का FIR बिना थाना प्रभारी के हस्ताक्षर के वैध नहीं होता है।
- यदि कोई थाने के इंस्पेक्टर आपकी शिकायत(FIR) दर्ज करने से मना करता है तो उसकी शिकायत आप थाना प्रभारी से कर सकते हैं।
- थाना प्रभारी(SO) का प्रमुख कार्य अपने थाना क्षेत्र में हुए सभी प्रकार के अपराधों के घटनास्थल की जांच करना और आरोपी को पता लगाना होता है।
थाना प्रभारी SO बनने के लिए योग्यता
किसी भी थाने में थाना प्रभारी(SO) बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी अनिवार्य है -
- थाना प्रभारी(SO) बनने वाला आवेदक का ग्रेजुएशन किसी भी विषय से होना अनिवार्य है।
- आवेदक का ग्रेजुएशन में प्राप्तांक 45-50% के बीच में होना चाहिए।
थाना प्रभारी(SO) कैसे बने
भारत में किसी भी थाने का थाना प्रभारी(SO) बनने के लिए 2 तरीके होते हैं।
प्रमोशन द्वारा
किसी भी थाने का थाना प्रभारी(SO) बनने के लिए पहला तरीका क्या है जो सब इंस्पेक्टर या इंस्पेक्टर जिनका कौशल अच्छा रहा हो तथा अपने ड्यूटी का पालन इमानदारी से किया हो। इन सभी बातों के आधार पर एक खाने का सब स्पेक्टर या इंस्पेक्टर ही को प्रमोट करके थाना प्रभारी(SO) नियुक्त किया जाता है। जिसके बाद थाना प्रभारी थाने को अपने कंट्रोल में रखता हूं और सभी गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालन करता है।
एग्जाम द्वारा
किसी थाने का थाना प्रभारी(SO) बनने के लिए सरकार इसके लिए वैकेंसी लाती है। जिसकी नोटिफिकेशन आवेदक को अपने राज्य के ऑफिशियल वेबसाइट पर प्राप्त होती है । यह जरूरी है कि आवेदक इसकी सूचना समय समय पर चेक करते रहे । उसके बाद एग्जाम कराया जाता है। यह एग्जाम एक सब इंस्पेक्टर के एग्जाम जैसे ही होता है । इस तरह से इस एग्जाम को देकर आप आसानी से थाना प्रभारी(SO) बन सकते है ।
कभी कभी ऐसा होता है। कि एक सब इसपेक्टर के एग्जाम के आधार पर जिनका प्राप्तांक प्रतिशत ज्यादा हो । उनके ही थाना प्रभारी के लिए चुना जाता है। इस तरह से हमने "थाना प्रभारी(SO) कैसे बने" के बारे में बात किया है। चलिए अब जानते है एक थाना प्रभारी(SO) को सरकार द्वारा पैसे कितने मिलते है। अर्थात सैलरी कितनी मिलती है।
थाना प्रभारी का सैलरी
बात करे कि एक थाना प्रभारी(SO) को सरकार द्वारा सैलरी कितनी मिलती है। तो एक थाना प्रभारी(SO) की सैलरी एक थाने के सब इंस्पेक्टर को मिलने वाली सैलरी के बराबर या इससे अधिक होता है। इसके सैलरी लगभग 45,000 ₹ होता हैं। जो कि एक सब इंस्पेक्टर के सैलरी के बराबर ही है लगभग।
आज के इस पोस्ट मेे हमने जाना कि आप एक थाना के "थाना प्रभारी (SO) कैसे बने' के बारे में जाना है । उम्मीद करता हूं आप लोगो को हमारी यह पोस्ट पसंद आया होगा। यदि अभी भी आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो तो हमे कॉमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं हम आपके कमेंट का उत्तर अवश्य देंगे।
धन्यवाद
जय हिंद वंदे मातरम
8 टिप्पणियाँ
Nice sir koi aisa post nahi mila hMe thana prabhari ke संबंध में थैंक्स sir
जवाब देंहटाएंNice sir
जवाब देंहटाएंSir exam alg se hota hai
जवाब देंहटाएंSuper sir
जवाब देंहटाएंthanks for share this knowledge
जवाब देंहटाएंNice sir
जवाब देंहटाएंअगर 12 के बाद एस ओ बनना हो,तो क्या करें?
जवाब देंहटाएंसबसे पहले आपको बता दे कि एक एसओ का पद एक इंस्पेक्टर की पद होता है। यानी एक इंस्पैक्टर की प्रमोट होकर या सरकार किसी अन्य आधार पर हर थाने के लिए एसओ की नियुक्ति करवाती है।
हटाएंइस लिए आप यदि 12 वी में है तो सबसे पहले आप ग्रैजुएशन पूरी करे उसके बाद ही आप एसओ बनने के योग्य होते हैं । धन्यवाद और कोई जानकारी चाहिए तो आप हमसे पूछ सकते है ।
दोस्तों आपको यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं