डीएसपी ( DSP ) कैसे बनें? ( DSP kaise bane?)

 आपने अपने जीवन में वैसे तो बहुत से पुलिस ऑफिसर को देखा होगा जैसे SP , ACP , DIG , SI और DGP आदि लेकिन क्या कभी आपने डीएसपी (DSP) के बारे में सुना है या आपने मूवी या न्यूज़ में तो अवश्य देखा होगा। 

तो कभी ना कभी आपके मन में यह प्रश्न तो अवश्य आया होगा कि हम डीएसपी कैसे बन सकते हैं यदि आपको नहीं पता तो हमारा यह पोस्ट डीएसपी के बारे में ही है डीएसपी का पूरा नाम क्या हैं? डीएसपी बनने के लिए योग्यताएं क्या होनी चाहिए? डीएसपी कैसे बने? डीएसपी की सैलरी कितनी होती है? डीएसपी की पावर क्या होता है? डीएसपी काम क्या करते हैं? डीएसपी बनने के बाद हमें कौन-कौन सी सुविधाएं प्राप्त होती हैं?



डीएसपी का पूरा नाम :


डीएसपी(DSP) का पूरा नाम डिप्टी सुप्रिडेंट ऑफ पुलिस (deputy superintendent of police ) होता है जिसे हिंदी में उप पुलिस अधीक्षक भी कहते हैं । यह एक आईपीएस रैंक का अधिकारी होता है। इनकी पोस्टिंग किसी जिले में होती है। जिले के प्रमुख पुलिस अधिकारी एसपी के अंतर्गत डीएसपी(DSP) कार्य करता है। डीएसपी किसी जिले में एसपी के गैर मौजूदगी में जिले का कार्यभार संभालता है।


डीएसपी बनने के लिए योग्यताएं : 


डीएसपी (DSP) बनने के लिए आवेदक के पास निम्नलिखित योग्यताएं होनी नितांत आवश्यक है –

1. आवेदक का ग्रेजुएशन किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय से होना अनिवार्य है।

2. आवेदक का ग्रेजुएशन में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।

3. आवेदक की उम्र 21 से 32 वर्ष के बीच में होना चाहिए

4. आवेदक की उम्र में छूट ओबीसी के लिए 3 वर्ष तथा एसटी /एससी के लिए 5 वर्ष दिया जाता है।

5.  आवेदक की हाइट यदि पुरुष है 165 cm तथा महिला के लिए 150 cm होता है।

6.  आवेदक का छाती 79-84 cm होना चाहिए।

7.  आवेदक का आई विजन 6/6 या 6/9 होना अनिवार्य हैै।



डीएसपी (DSP) कैसे बने – 


किसी भी आवेदन को डीएसपी(DSP) बनने के लिए आंतरिक रूचि होना अनिवार्य है। बिना रुचि के डीएसपी बन्ना उचित नहीं हो। डीएसपी(DSP) बनने के प्रमुख चरणों को आइए एक-एक करके विस्तार पूर्वक अध्ययन करते हैं–


1. प्रारंभिक शिक्षा 12 वीं पास करे 


डीएसपी (DSP) बनने के लिए आवेदक को बचपन से ही  जुनून होना चाहिए । आवेदक को सबसे पहले प्रारंभिक शिक्षा 12वीं पास करना होता है। 12 वीं किसी भी विषय से हो मायने नहीं रखता है ।


2. ग्रेजुएशन (स्नातक) की डिग्री ले :


डीएसपी (DSP) बनने के सफर में आवेदक के लिए यह जरूरी है कि वह 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के लिए किसी मान्यता प्राप्त प्राइवेट या गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन ले। और वह से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करें। डीएसपी (DSP) बनने के लिए आवेदक को ग्रेजुएशन करना जरूरी होता है। यह ग्रेजुएशन किसी भी विषय से हो यह मायने नहीं रखता है। कुछ प्रमुख ग्रेजुएशन डिग्री जैसे बीए, बीकॉम, बीएससी, बी टेक व बीबीए आदि होती है । 


 3. UPSC exam के लिए आवेदक करे :

 

इस तरह से आवेदक 12 वीं तथा ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद भारतीय सरकार द्वारा कराए जाने वाले आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) , आईएफएस (IFS) ऑफिसर तीनो विभागो हेतु बनने के लिए यूपीएससी एक्जाम ( UPSC exam ) के लिए आवेदन करना होता है । यह एग्जाम साल में एक बार होता है। इसका आवेदन फॉर्म फरवरी महीने में तथा प्रारम्भिक परीक्षा जून में और मुख्य परीक्षा को सितंबर में कराया जाता है। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद साक्षात्कार (interview) होता है जिसे पास करने के बाद आवेदक यूपीएससी एग्जाम पास कर लेते हैं।


4. मेडिकल और शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दें : 

डीएसपी (DSP) बनने के चौथे चरण में आवेदक को फिजिकल, मेडिकल फिटनेस ध्यान देना होता है । उपरोक्त चरण पास करने के बाद आवेदक का फिजिकल मेजरमेंट, मेडिकल चेक अप होता है। फिजिकल मेजरमेंट में हाइट, चेस्ट , आई विजन तथा मेडिकल जांच में यह चेक किया जाता है कि आवेदक को किसी भी प्रकार की बीमारी तो नहीं है। 


5. ट्रेनिंग पूरी करें : 


इसके बाद आवेदक को पुलिस से संबंधित सभी प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। जैसे बंदूक चलाना, लड़ाई करना आदि। एक आईएएस ऑफिसर के लिए हाई ट्रेनिंग दी जाती है। जो कि एक ऊंचे लेवल की ट्रेनिंग होती है। यह ट्रेनिंग 2 वर्ष का होता है। इस ट्रेनिंग के दौरान भी आवेदक को कुछ प्रति माह सैलरी भी प्रदान की जाती है।


यह ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री अकैडमी आफ एडमिनिस्ट्रेशन तथा सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस एकेडमी आदि मेे संपन्न कराया जाता है । 


इस प्रकार आपकी सबसे पहले पोस्टिंग एक डीएसपी से रूप में किसी जिले में होता है । आपके जानकारी के लिए हम बता दे कि एक आईपीएस अधिकारी बनने के बाद सबसे पहले होने वाले पोस्टिंग डीएसपी के रूप में ही होती है । एक डीएसपी ही आगे चलकर एसपी, एसीपी, डीसीपी , एसएसपी , डीआईजी बन सकते है । 


  • डीएसपी बनने के लिए दूसरा तरीका एक सब इंस्पेक्टर ही प्रमोशन के बाद डीएसपी बनते है । 



डीएसपी की सैलरी कितनी मिलती है: 


जिले के प्रमुख पुलिस अधिकारियों में से एक डीएसपी की सैलरी के बारे में वर्णन करें तो उनकी सैलरी एसपी की सैलरी से कुछ कम होती है एक डीएसपी की सैलरी पे स्केल के अनुसार 15600 से 39100₹ रुपए प्रति माह के बीच में होती है। और ग्रेड पे के रूप में 5400₹ रुपए मिलते हैं। सब कुछ जोड़कर कर बात करें तो एक डीएसपी की सैलरी ₹50000 तक होती है । आगे चलकर प्रमोशन के बाद इनकी सैलरी 50 हजार ₹ से ऊपर तक जाती है।



डीएसपी की पावर : 

आइए जानते हैं कि जिले में कार्य करने वाले डीएसपी का क्या-क्या पावर होता है यानी वह कौन-कौन से कार्य हैं जो एक डीएसपी के द्वारा कराए जाते हैं जिसका पूरा नियंत्रण डीएसपी के हाथों में होता है।


  • जिले में एसपी के ना होने पर पूरा कार्यभार डीएसपी के द्वारा संभाला जाता है
  • क्षेत्र के कानून व्यवस्था को डीएसपी बनाए रखता है
  • क्षेत्र में होने वाले क्राइम पर नियंत्रण करता है
  • अपने से नीचे कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों जैसे इंस्पेक्टर सब इंस्पेक्टर कांस्टेबल आदि को अपने अंतर्गत आदेश देता है।
  • वास्तव में जिले में होने वाले अपराधों की जांच डीएसपी के द्वारा ही होता है जबकि एसपी का कार्य दिशा निर्देश करना होता है।


डीएसपी को मिलने वाली अन्य सुविधाएं : 


एक बार जब आप डीएसपी बन जाते हैं तो आप वह सभी सुविधाएं मिलती हैं जो एक आईपीएस ऑफिसर को मिलती हैं। एक आईपीएस ऑफिसर को सैलरी के अलावा TA , DA और HRA भी मिलता है । एक डीएसपी को उनकी सैलरी के अलावा रहने के लिए आवास , गाड़ी के लिए किराया भत्ता और बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। इस प्रकार एक डीएसपी को सरकार के द्वारा अच्छी सुविधाएं प्राप्त होती हैं।


आज के इस पोस्ट में बस इतना ही उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को यह पोस्ट बहुत पसंद आई होगी यदि अभी भी आपके मन में किसी भी प्रकार का डीएसपी बनाने के संबंध में कोई सवाल हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। हम आपके कमेंट का उत्तर अवश्य देंगे। मिलते हैं आपसे ऐसे ही एक नई पोस्ट लेकर तो तब तक के लिए धन्यवाद 

जय हिंद वंदे मातरम





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