जिंदगी में हर इंसान का एक न एक सपना होता है जिसे वह पूरा करना चाहता है बहुत लोग कोशिश तो करते हैं लेकिन उस सपने को साकार नहीं कर पाते यदि आप उनमें से हैं जो अपने सपने को साकार करना चाहते हैं और आप अपनी जिंदगी को पढ़ाई में व्यतीत कर रहे हैं तो आपने भी कुछ सपना देखा होगा कि मैं बड़ा होकर इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, पुलिस आदि बनूंगा। इनमें से यदि आप इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपने बहुत लोगो से सुना होगा कि दो प्रकार के होते हैं। पहला सहायक इंजीनियर और दूसरा जूनियर इंजीनियर।
यदि आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सहायक इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए उचित है इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप सहायक इंजीनियर कैसे बन सकते हैं सहायक इंजीनियर बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए सहायक इंजीनियर कैसे बने सहायक इंजीनियर की सैलेरी कितनी होती है सहायक इंजीनियर का काम क्या होता है तथा सहायक इंजीनियर बनने के फायदे क्या है?
सहायक इंजीनियर कैसे बनें :
सहायक इंजीनियर को A.E के नाम से भी जाना जाता है। यही का पूरा नाम असिस्टेंट इंजीनियर होता है जिसे ही हिंदी में सहायक इंजीनियर के नाम से पुकारा जाता है। एक सहायक इंजीनियर का प्रमुख कार्य देश के विकास में अहम योगदान देना है देश में होने वाले तरह-तरह के इंजीनियरिंग कार्य किसे रोड निर्माण, भवन निर्माण, मशीन का निर्माण, ब्रिज निर्माण आदि एक इंजीनियर के द्वारा ही संपन्न होते हैं।
इस तरह से हम यू कहे तो एक देश को चलाने के लिए इंजीनियरों की भूमिका अत्यधिक है । एक इंजीनियर के बिना देश का विकास असंभव है।
सहायक इंजीनियर बनने के लिए योग्यताएं :
एक सहायक इंजीनियर बनने के लिए आवेदक को 12 वीं पास होना अनिवार्य है। तथा इसके साथ-साथ आवेदक कब 12वीं में गणित होना अनिवार्य है। गणित होना इसलिए अनिवार्य है कि बहुत से विषयों में गणित जैसा सवाल रहते हैं। और आवेदक की उम्र सीमा की बात करें तो कम से कम उम्र 16 वर्ष होना चाहिए।
सहायक इंजीनियर कैसे बने : पूरी प्रक्रिया
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सहायक इंजीनियर बनने के लिए निम्न प्रक्रिया होती हैं–
1. 12वीं पास करें :
सहायक इंजीनियर बनने के सफर में आवेदक को सर्वप्रथम अपनी 12वीं पास करना होता है। जब आवेदक 12वीं की पढ़ाई कर रहे होते हैं और उनकी रूचि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में है तो वह सहायक इंजीनियर बनने के पथ पर अग्रसर है सहायक इंजीनियर बनने के लिए यह आवश्यक है कि आवेदक का 12वीं मैथ से हो। इस तरह से 12वीं पास करने के बाद आवेदक अगले चरण में प्रवेश करता है।
2. इंजीनियरिंग का क्षेत्र चुनें :
जब आप अपनी 12वीं पास कर लेते हैं तो आपके लिए यह आवश्यक है कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आने वाले प्रमुख ट्रेड में से किसी एक ट्रेड का चुनाव करना। वैसे तो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बहुत से ट्रेड हैं जिससे आप सहायक इंजीनियर बन सकते हैं ट्रेड को सीधी भाषा में समझें तो इसे ब्रांच या क्षेत्र भी कहते हैं।
आपके सुविधा के लिए नीचे कुछ इंजीनियरिंग के प्रमुख ट्रेड दिया जा रहा है जिसमें से आपको चयन करना होता है।
- Civil engineering
- Mechanical engineering
- Electrical engineering
- Computer science engineering
- Chemical engineering
- Aerospace engineering
- Electronics engineering
यह कुछ प्रमुख इंजीनियरिंग के शाखाएं थी जिसका अधिकतर बच्चे चुनाव करते हैं।
3. इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा दें
सहायक इंजीनियर बनने के सफर में उपरोक्त चुने गए शाखाओं से इंजीनियरिंग करने के लिए आवेदक को इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेना होता है भारत में कुल 2 तरह के कॉलेज होते हैं एक सरकारी तथा दूसरा प्राइवेट सरकारी कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदक को प्रवेश परीक्षा से गुजरना पड़ता है। यह प्रवेश परीक्षा हर वर्ष कराई जाती है कुछ प्रवेश परीक्षाओं के नाम निम्न है।
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इन परिस परीक्षाओं को पास करने के बाद आवेदक का एडमिशन किसी सरकारी कॉलेज में होता है तथा बहुत से प्राइवेट कॉलेज में फीस देकर भी डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है।
4. इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन करें
जैसे ही आप प्रवेश परीक्षा को पास करके इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेते हैं। तो आपको इंजीनियरिंग कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री मिलती है। यह ग्रेजुएशन की डिग्री 4 साल बाद प्राप्त होती है जिसे बीटेक (B tech ) के नाम से जानते हैं। इस प्रकार आपकी इंजीनियरिंग 4 वर्ष के बाद पूरी हो जाती है। और आप एक सहायक इंजीनियर कहे जाते हैं।
सरकारी या प्राइवेट जॉब के लिए आवेदन करें:
सहायक इंजीनियर बनने के पथ पर 4 साल की इंजीनियरिंग करने के बाद यदि आप चाहें तो प्राइवेट जॉब कर सकते हैं एक सहायक इंजीनियर के रूप में। और यदि आप सरकारी जॉब करना चाहते हैं तो उसके लिए सरकार अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग प्रकार की सहायक इंजीनियरों की भर्तियां निकालते हैं जिसकी सूचना आपको विज्ञापन, न्यूज़ ,अखबार आदि से प्राप्त होती है। इसकी सूचना प्राप्त करते ही आपको सरकारी जॉब के लिए आवेदन करना होता है जिसके पेपर कराया जाता है और उसको पास करने के बाद आप सरकारी जॉब पाकर एक सहायक इंजीनियर के रूप में कार्य कर सकते हैं।
सहायक इंजीनियर के लिए कैरियर विकल्प :
जब आप सहायक इंजीनियर बन जाते हैं तो आपके मन में यह सवाल आता होगा कि सहायक इंजीनियर के लिए कैरियर विकल्प क्या क्या होते हैं यानी वह कौन ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर एक सहायक इंजीनियर कार्य कर सकता है। एक सहायक इंजीनियर के लिए निम्नलिखित विकल्प होते हैं –
- किसी प्राइवेट जॉब कंपनी में जॉब कर सकते हैं।
- सरकारी जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- किसी डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा सकते हैं।
- मास्टर डिग्री (M.tech/PhD) प्राप्त कर सकते हैं।
सहायक इंजीनियर की सैलेरी :
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला यदि कोई प्रश्न है तो वह है कि एक सहायक इंजीनियर की सैलेरी कितनी होती है। सहायक इंजीनियर की सैलरी सबसे ज्यादा उसके कार्य कौशल पर निर्भर करती है। सहायक इंजीनियर दो तरह के क्षेत्र में कार्य करते हैं एक प्राइवेट तथा दूसरा सरकारी।
प्राइवेट जॉब में एक सहायक इंजीनियर की सैलेरी 12000₹ से शुरू होती है। और जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है। वैसे वैसे आपकी सैलरी बढ़ती जाती है और यह सैलरी लाखों तक पहुंच जाती है।
वही अभी बात करें सरकारी जॉब की तो सरकारी जॉब में सैलरी (15,600 – 39100 ) ₹ के बीच में होती है। इसके अतिरिक्त सहायक इंजीनियर को तरह-तरह के वेतन भत्ते भी प्राप्त होते हैं जिसे जोड़कर यह कहा जा सकता है कि साहेब इंजीनियर की सैलेरी 50000 से शुरू होकर लाखों तक होती है। बहुत से देशों में लाखों से भी अधिक सैलरी मिलती है।
तो आज के इस पोस्ट में बस इतना ही उम्मीद करता हूं कि आज का हमारा यह पोस्ट आप लोगों को बेहद पसंद आई होगी यदि अभी भी आपका कोई सवाल या सुझाव हो "सहायक इंजीनियर कैसे बने" के संबंध में तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर अवश्य बताएं हम आपके कमेंट बॉक्स में लिखे गए प्रश्न का उत्तर अवश्य देंगे।
2 टिप्पणियाँ
Very informative and good Article.. Keep it up
जवाब देंहटाएंBahut bahut dhanyabad apka
जवाब देंहटाएंदोस्तों आपको यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं