डीसीपी( DCP) कैसे बनें ( how to become a DCP)

 वैसे तो आप लोगों ने बहुत से पुलिस ऑफिसर का नाम होगा जैसे – SP , DSP , SSP , DGP , ACP आदि । इन पुलिस ऑफिसर का नाम आप किसी के द्वारा या फिल्मों में जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आप इन पुलिस ऑफिसर में से डीसीपी ( DCP) का नाम आप लोगों ने सुना है। यदि नहीं तो आज के इस पोस्ट में हम डीसीपी ( DCP) से संबंधित सभी प्रश्नों के बारे में जानेंगे इस पोस्ट में हमें जानेंगे कि डीसीपी ( DCP) कौन होता है ? डीसीपी ( DCP) का कार्य क्या होता है ? डीसीपी ( DCP) बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए ? डीसीपी ( DCP) कैसे बने ? डीसीपी ( DCP) की सैलरी कितनी होती है? डीसीपी ( DCP) बनने के फायदे क्या हैं ? डीसीपी ( DCP) की पावर क्या होती है?



डीसीपी ( DCP) का पूरा नाम : 

 डीसीपी का पूरा नाम Deputy commissioner of police होता है। यह एक आईपीएस रैंक के ऑफिसर होते है । इनकी पोस्टिंग किसी बड़े शहर यानी मेट्रो सिटी में होती है डीसीपी छोटे शहरों के अंदर कार्य नहीं करते हैं। डीसीपी मेट्रो सिटी यानी मुंबई , दिल्ली , चेन्नई , कोलकाता आदि शहरों में होते हैं । 




एक डीसीपी (DCP) की पोस्ट एसीपी (ACP) की पोस्ट से बड़ी होती है। एक डीसीपी (DCP) की पोस्ट जिले के एसपी (SP) के पोस्ट के बराबर होती है। और एसीपी (ACP) की पोस्ट डीएसपी( DSP) के बराबर होता है । 


डीसीपी ( DCP) के कार्य :


किसी भी मेट्रो सिटी के अंदर कार्य करने वाले प्रमुख आईपीएस रैंक के अधिकारी डीसीपी का कार्य निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया गया है –


  • यह अपने सिटी की कानून व्यवस्था को बनाए रखते हैं। 
  • यह किसी बड़े शहर के जिले का प्रमुख हेड होता है। 
  • एक डीसीपी के अंतर्गत एसीपी, सब इंस्पेक्टर आदि कार्य करते है। 
  • एक डीसीपी के पास इतनी पॉवर होती है कि यदि आपकी FIR कोई पुलिस ऑफिसर जैसे – एसीपी या सब इंस्पेक्टर आदि नहीं करते हैं तो उनकी शिकायत आप डीसीपी के पास कर सकते है। जिसके बाद डीसीपी एक्शन लेता है ।

  • यह आपके शहर को अपराधो से मुक्त बनाने में अहम योगदान देते है ।


डीसीपी ( DCP) बनने के लिए योग्यता : 


किसी भी शहर में डीसीपी बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होने वाली अनिवार्य है –


  • आवेदक का ग्रेजुएशन किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से होना चाहिए। 
  • आवेदक का ग्रेजुशन में परिणाम कम से कम 50 % होना चाहिए। 
  • आवेदक की उम्र 21 –32 वर्ष होना चाहिए। इसके अंतर्गत ओबीसी के लिए 3 वर्ष , ST/SC के लिए 5 वर्ष का छूट दिया जाता है । 
  • आवेदक की हाइट यदि पुरुष है 165 cm तथा महिला के लिए 150 cm होता है।
  • आवेदक का छाती 79-84 cm होना चाहिए।
  • आवेदक का आई विजन 6/6 या 6/9 होना अनिवार्य है।



डीसीपी( DCP) कैसे बनें : 


यदि आपका सपना डीसीपी बनने का है तो डीसीपी कैसे बने ? ये जानने से पहले आपको यह जान लेना आवश्यक है कि आप डायरेक्ट डीसीपी नही बन सकते है । इसके लिए आपको पूरी प्रक्रिया नीचे बताई जा रही है। तो आप इसको अंत तक जरूर पढ़ें। 


   1. प्रारंभिक शिक्षा 12 वीं पास करें 


यदि आप अभी छोटे है यानी अभी आप 10 वी से नीचे के कक्षा में पढ़ाई कर रहे है और आपका सपना है कि आगे चलकर डीसीपी बनने का तो सबसे पहले आपको प्रारंभिक शिक्षा 12वीं पास करना होता है। । आपकी 12 में कोई भी विषय लिए ही फर्क नहीं पड़ता है । 



  2. ग्रेजुएशन (स्नातक) की डिग्री ले 


डीसीपी (DCP) बनने के सफर में आवेदक के लिए यह जरूरी है कि वह 12वीं पास करने के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के लिए किसी भी विश्वविद्यालय में दाखिला ले । और अपना ग्रैजुएशन पूरी करे। डीसीपी (DCP) बनने के लिए आवेदक को ग्रेजुएशन करना जरूरी होता है। यह ग्रेजुएशन किसी भी विषय से हो यह मायने नहीं रखता है। 


       3. UPSC exam के लिए आवेदक करे

 

इस तरह से जब आप अपनी 12 वीं तथा ग्रेजुएशन पूरी कर लेने के बाद भारतीय सरकार द्वारा कराए जाने वाले आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) , आईएफएस (IFS) ऑफिसर तीनो विभागो हेतु बनने के लिए यूपीएससी एक्जाम ( UPSC exam ) के लिए आवेदन करना होता है । यह एग्जाम साल में एक बार होता है। इसका आवेदन फॉर्म फरवरी महीने में तथा प्रारम्भिक परीक्षा जून में और मुख्य परीक्षा को सितंबर में कराया जाता है। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद साक्षात्कार (interview) होता है । इस तरह आपको तीनो चरणों को पास करना होता है। इसके लिए बहुत मेहनत से तैयारी करनी होती है।  


4. मेडिकल और शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दें


डीसीपी (DCP) बनने के चौथे चरण में आवेदक को फिजिकल, मेडिकल फिटनेस ध्यान देना होता है । उपरोक्त चरण पास करने के बाद आवेदक का फिजिकल मेजरमेंट, मेडिकल चेक अप होता है। फिजिकल मेजरमेंट में हाइट, चेस्ट , आई विजन तथा मेडिकल जांच में यह चेक किया जाता है कि आवेदक को किसी भी प्रकार की बीमारी तो नहीं है। 


          5. ट्रेनिंग पूरी करें 


इसके बाद आवेदक को पुलिस से संबंधित सभी प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। जैसे बंदूक चलाना, लड़ाई करना आदि। एक आईएएस ऑफिसर के लिए हाई ट्रेनिंग दी जाती है। जो कि एक ऊंचे लेवल की ट्रेनिंग होती है। यह ट्रेनिंग 2 वर्ष का होता है। इस ट्रेनिंग के दौरान भी आवेदक को कुछ प्रति माह सैलरी भी प्रदान की जाती है।


यह ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री अकैडमी आफ एडमिनिस्ट्रेशन तथा सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस एकेडमी आदि मेे संपन्न कराया जाता है । 


👇 इस प्रकार आपकी सबसे पहले पोस्टिंग एक एसीपी से रूप में किसी जिले में होता है । आपके जानकारी के लिए हम बता दे कि एक आईपीएस अधिकारी बनने के बाद सबसे पहले होने वाले पोस्टिंग मैट्रो सिटी में एसीपी के रूप में ही होती है । एक एसीपी (ACP) ही आगे चलकर डीसीपी( DCP) , एसएसपी , डीआईजी बन सकते है । 


डीसीपी( DCP) की सैलरी :


जिले के प्रमुख पुलिस अधिकारियों में से एक डीएसपी ( DCP) की सैलरी के बारे में वर्णन करें तो उनकी सैलरी एसपी की सैलरी से कुछ कम होती है एक डीएसपी की सैलरी पे स्केल के अनुसार 78,800 से 1,18,000 ₹ रुपए प्रति माह के बीच में होती है। और ग्रेड पे के रूप में 5400₹ रुपए मिलते हैं। इनकी सैलरी अलग अलग मैट्रो सिटी में अलग– अलग होती है । 


आज के इस पोस्ट में बस इतना ही उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को हमारी यह पोस्ट डीसीपी ( DCP) कैसे बनें ? बेहद पसंद आया होगा । यदि आपके मन में कोई भी प्रश्न हो डीसीपी बनने के संबंध में तो हमें कमेंट बॉक्स में लिख के जरूर बताएं । हम आपके कमेंट का उत्तर अवश्य देंगे । 


धन्यवाद 


जय हिंद वंदे मातरम् 








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