रेलवे में गुड्स गॉर्ड कैसे बने। (how to become a goods guard in railway)


     
  •             आप मे से लगभग सभी लोगों ने कभी न कभी रेलवे की यात्रा जरूर किये होंगे। तो आपने ट्रेन के सबसे पिछले बोगी के पीछे हरी झंडी लिए एक व्यक्ति को अवश्य देखा होगा। तो आपके मन मे यह सवाल जरूर आया होगा कि वह कौन होता है और उसका कार्य क्या होता हैं। तो इस सारे सवाल का जवाब मिलेगा आपको इस पोस्ट मे।


 गुड्स गार्ड : किसी भी मालगाड़ी ट्रेन की सबसे पिछले बोगी मे जो अफसर रहता है। उसे गुड्स गार्ड कहते हैं।


गुड्स गार्ड के कार्य: गुड्स गार्ड के निम्न प्रकार के कार्य होता हैं-
1. मालगाड़ी के आने और जाने का समय का पता करने मे।
2. मालगाड़ी सुचारु रूप से चल रही है इसकी जांच करने मे।
3.  ट्रेन चालक को सिग्नल के बारे मे सूचित करने मे।
4. मालगाड़ी के सभी दरवाजे की बंद होने की जाँच करने मे।
सेलेक्ट होने की प्रक्रिया: गुड्स गार्ड बनने के लिए सेलेक्ट करने की चार प्रक्रिया है-

1. पहली बार आवेदक को CBT-1(computer based test) देना होता है।
2. दूसरी बार आवेदक को CBT-2 देना होता हैं।
3. इसके बाद document verification होता हैं।
4. अंतिम चरण मे मेडिकल टेस्ट होता है।


सैलरी कितनी मिलती है: सब कुछ जान लेने के बाद हमारा मन यह जानने को जरूर करता है। इस पोस्ट पर सैलरी कितनी मिलती हैं। इसकी सैलरी grade pay- 2800 और initial pay- 29200 इसके अलावा अन्य तरह से भी पैसे मिलते है जैसे TA(transport alowance) +DA  को जोड़ कर कुल लगभग 60,000 रूपए तक हो जाती हैं।


Promotion: इसमे प्रोमोशन होने पर गुड्स गार्ड से passanger gaurd फिर एक्स्प्रेस गार्ड  की पोस्ट प्राप्त हो जाती हैं।

      आज के इस पोस्ट मे हमने बहुत सी बातो से अवगत हुए। अगर फिर भी आपके मन मे गुड गार्ड बनने के संबंध मे कोई सवाल हैं तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स मे पूछ सकते हैं।  हमे  आपके सवाल का जवाब देने मे खुशी होगी। 
  
  धन्यवाद आपका दिन शुभ हो। 

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