Teacher kaise bane ? शिक्षक कैसे बने?

 

आज से लाखों दशक पहले भी समाज में शिक्षक का उच्च स्थान रहा है। और आज भी हमारे समाज में गुरु का आदरणीय स्थान प्राप्त है।  समाज को उत्कृष्ट एवं शिक्षित करने में शिक्षक का अहम योगदान रहता है। आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए बात करेंगे कि शिक्षक (teacher)  है ? शिक्षक कितने प्रकार के होते हैं? टीचर बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए? शिक्षक बनने की क्या प्रक्रिया होती है ? तथा एक टीचर की सैलरी कितनी होती है?

  • Teacher
  • Teacher के प्रकार
  • Teacher के लिए योग्यताएं
  • Teacher बनने की प्रक्रिया
  • सैलरी एक Teacher की
  • B.ed & BTC   में अंतर



Teacher

समाज को शिक्षित करने में एवं विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन करने हेतु शिक्षक की अहम भूमिका होती है यूं कहें कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है जिसके समाज में ना होने से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है हमारे समाज में शिक्षक को भगवान से भी ऊंचा स्थान प्राप्त है और यह स्थान आगे भी आदरणीय रहेगा। शिक्षक वह मार्गदर्शक होता है जो अपने शिष्य को सत्य और असत्य का ज्ञान कराता है। सदियों से चली आ रही एक श्लोक में गुरु के महत्व को विस्तार पूर्वक बताया गया है।
"
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा :
गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः        "
 
Teacher के प्रकार

आज के इस बदलते आधुनिक युग में हमारे समाज में शिक्षकों को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया गया है जैसे शिशु से लेकर उच्च कक्षा तक के शिक्षक को वर्गीकृत किया गया है आइए जानते हैं कि शिक्षक कितने प्रकार के होते हैं।

1.  5 वीं तक (PRT)       -      primary teacher
2. 6 से 10 वीं तक       - trained graduate teacher (TGT)

3. 10 से 12वीं तक -  post graduate teacher(PGT)

4. 12 वी बाद उच्च शिक्षा हेतु    -       lecturer

पांचवी तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक को प्राइमरी शिक्षक , 6 से लेकर 10वीं तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षकों (TGT) , दसवीं से बारहवीं तक के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक को पीजीटी (PGT) शिक्षक कहते हैं।
इसके अतिरिक्त 12वीं के बाद यदि आप स्नातक (graduation) की डिग्री लेना चाहते हैं और जब आप आगे पढ़ाई करते हैं तो आपको प्रवक्ता के रूप में शिक्षक मिलते हैं।

Teacher के लिए योग्यताएं

जैसा कि हमने उपरोक्त में बात किया कि शिक्षक को अलग-अलग कक्षा के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। तो स्वाभाविक सी बात है शिक्षक के अलग-अलग वर्गों की योग्यताएं भी भिन्न-भिन्न होगी। आइए एक-एक करके सभी वर्गों की शिक्षक पद के लिए योग्यताओं के बारे में जाने।

1. Primary teacher -

प्राइवेट टीचर बनने के लिए 12वीं पास + D.ed/D.El.Ed पास होना अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त यदि आपके पास b.Ed का डिग्री है तो भी आप प्राइमरी टीचर के योग्य है।

2. Secondry teacher (TGT)

Secondry टीचर बनने के लिए बनने के लिए योग्यता 12वी + ग्रेजुएशन + B.ed + TET पास करना अनिवार्य है।

3. PGT (post graduate teacher)

PGT teacher के लिए भी 12वी + पोस्ट ग्रेजुएशन + B.ed + TET पास करना अनिवार्य है।

4. किसी विश्वविद्यालय में प्रवक्ता के लिए उपरोक्त सभी योग्यताएं होनी चाहिए।

Teacher बनने की प्रक्रिया

जैसा कि हम जानते हैं कि शिक्षक को कई वर्गों में वर्गीकृत किया गया है आइए एक-एक करके सभी वर्गों के शिक्षक बनने की प्रक्रिया के बारे में जानते हैं-

1. Primary teacher

यदि आप अपना भविष्य एक प्राथमिक शिक्षक  ( primary Teacher ) के रूप में सवारना चाहते हैं। तो सबसे पहले आपको 12वी पास करने के उपरांत आप D.ed/D.El.Ed की डिग्री लेकर आप प्राथमिक शिक्षक के लिए पीआरटी (PRT) परीक्षा देकर बन सकते  है। इसके अलावा भी हर वर्ष समय-समय पर सरकार भारतीय निकालती है जिसके लिए भी आप आवेदन कर सकते हैं उसके बाद उस परीक्षा को पास करने के बाद आप प्राइमरी शिक्षक बन सकते हैं।

2. Secondry teacher (TGT)

यदि आप अपना करियर Secondry teacher (TGT) के रूप में बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 12वीं पास करना होगा उसके उपरांत ग्रेजुएशन पूरा करना होगा उसके बाद आप b.ed करना अनिवार्य है और अंत में आपके लिए TET का परीक्षा पास करना जरूरी है इसके अतिरिक्त आप CTET का भी परीक्षा दे सकते हैं। इसके उपरांत आप सेकेंडरी टीचर के योग्य हो जाता है उसके बाद सरकार द्वारा निकली वैकेंसी के लिए आप आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा आप TGT का परीक्षा देकर डायरेक्ट सेकेंडरी टीचर बन सकते हैं।

3. PGT (post graduate teacher) 

एक पोस्ट ग्रैजुएट टीचर बनने की प्रक्रिया मैं सबसे पहले आवेदक को 12वीं उत्तीर्ण करने के उपरांत ग्रेजुएशन के साथ-साथ पोस्ट ग्रेजुएशन भी होना अनिवार्य है इसके बाद आप b.ed + TET की डिग्री प्राप्त कर आपको सरकार द्वारा आने वाले वैकेंसी का इंतजार करना पड़ता है या इसके अलावा भी आप PGT exam को पास कर डायरेक्ट पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बन सकते हैं।

4. प्रवंक्ता कैसे बने

यदि आप किसी यूनिवर्सिटी में प्रवक्ता बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपको उपरोक्त सभी डिग्री का होना अनिवार्य है इन सभी डिग्री होने के उपरांत आपको यूजीसी नेट का एग्जाम देना होता है एग्जाम को देने के बाद आपको ग्रुप डिस्कशन , इंटरव्यू आदि के बाद आप किसी अभी यूनिवर्सिटी में प्रवक्ता के पद हेतु योग्य हो जाते हैं जिसके बाद आप अपना अध्यापन का कार्य विश्वविद्यालय से संपर्क कर सकते हैं।

सैलरी एक Teacher की

उपरोक्त में इतना कुछ जानने के उपरांत अब हमारे मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा कि शिक्षक  इतने प्रकार के होते हैं तो सब प्रकार के शिक्षकों की सैलरी कितनी मिलती है यह प्रश्न प्रत्येक आवेदक का एक शिक्षक बनने से पहले होता है आइए जानते हैं कि एक शिक्षक की मासिक सैलरी कितनी होती है।

  • एक प्राइमरी शिक्षक का लगभग मासिक वेतन 42000 के आस पास होता है।
  • एक सेकेंडरी शिक्षक का मासिक वेतन लगभग 50,000 से शुरू होता है। इसके अतिरिक्त ग्रेड पे 4600 मिलता है।
  • एक पोस्ट ग्रैजुएट टीचर की मासिक वेतन ₹60,000 से शुरू होती है।
  • बात करते हैं कि यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले एक प्रवक्ता की सैलरी कितनी होती है। यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रवक्ता की सैलरी लगभग 50,000 से 70,000 के बीच में होती है।


B.ed & BTC में अंतर 

हमारे इस पोस्ट के अंत में बहुत से बच्चों के मन में यह दुविधा होता है कि b.ed और बीटीसी में क्या अंतर है ऐसे में हम आपको बता दें कि b.Ed का पूरा नाम बैचलर आफ एजुकेशन होता है तथा इस डिग्री को प्राप्त करने के बाद आप सेकेंडरी शिक्षक तथा प्राथमिक शिक्षक दोनों के योग्य हो जाते हैं। जबकि वही बीटीसी करने वाले आवेदक केवल प्राइमरी शिक्षक के लिए ही आवेदन कर सकते हैं ना कि सेकेंडरी शिक्षक के लिए।

आज के हमारे इस पोस्ट में बस इतना ही उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को यह पोस्ट पसंद आयी होगी। कि आपका कोई सवाल या सुझाव हो इस पोस्ट के बारे में तो हमें कमेंट में जरूर बताएं । हम आपके सवाल का जवाब देने हेतु  हमेशा तैयार रहते हैं ।

धन्यवाद
जय हिंद वंदे मातरम

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ